कुंडलिका नदी के किनारे बसा सावड़ा गांव बड़ा ही प्यारा था। उस गांव और उसके आस-पास के क्षेत्र को मानो प्राकृतिक सुंदरता और हरियाली का वरदान प्राप्त था। पूरा क्षेत्र समुद्री किनारे से घिरा था। तत्कालीन राजाओं ने सुरक्षा की दृष्टि से तटीय घेराबंदी करते हुए एक समुद्री किला भी बनावाया था। वहां की जमीन बड़ी उपजाऊ थी तथा लोग अपने जीवन में काफी खुश थे। सबसे बड़ी बात तो यह थी कि यहां का दांपत्य जीवन बड़ा खुशहाल था। पति-पत्नी कभी आपस में लड़ते-झगड़ते नहीं थे। लोगों को इस बात का बड़ा आश्चर्य होता था। मगर इसके पीछे एक