केहते हैं युग बदलगया है । हमे युग के हिसाब से खुदको बदललेनी चाहिए । पर आज भी कुछ कार्य पेहले जैसा करते हैं मगर थोडी अलग अन्दाज् में । जैसे की आज भी लोग क्षेती करते हैं पर हातोंसे नहीं नयी technology से । वही काम, पर करने की तरीका बदलगयी है । पेहले और अब में बहत फर्क है । पेहले लोग कपडे सिलाई करके पेहेनते थे पर अब रेडिमेट् का जमाना है । जैसा चाहो वैसा design का कपडा सिलाई के साथ मिल जाती है बाजार में