आशाओं के नए महल-महेश कटारे सुगम

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महेश कटारे सुगम का ग़ज़ल संग्रह खरी बात कहती गजल :आशाओं के नए महल रश्मि प्रकाशन लखनऊ महेश कटारे सुगम का ग़ज़ल संग्रह आशाओं के नए महल रश्मि प्रकाशन लखनऊ से प्रकाशित हुआ है। सुगम का नाम पिछले कुछ वर्षों से आम आदमी के पैरोकार ग़ज़लगो के रूप में बहुत तेजी से उभर कर आया है । गजल कर बुंदेली रूप बुंदेली गजल के वे बहुत प्रतिष्ठित हस्ताक्षर है। जनजीवन तक गहरी पैठ, प्रशासन और राजनीति के गहरे अनुशीलन तथा श्रम मूलक समाज से जुड़ाव के कारण सुगम की ग़ज़ल समाज के अंतिम व्यक्ति के पक्ष में उसके सुख-दुख का कथन