वैसे तो हर मा-बाप का सपना है की उनकी बच्चें बडे हो, अच्छा पढाई करे और कुछ अच्छा सा नौकरी करे । अपने पैर पर खुद खडे हो सके । इसलिए उनसे जो बनपाता है सब वो करते हैं । फिर भी उनकी कुछ ख्वाहिसे अधुरी रेह जाती है । बच्चें जब बडे हो जाते हैं उनकी सादी करवाने को मा-बाप अपनी फर्ज समझते हैं और उसको पुरा करने को हरहाल में कोसीस करते हैं । और यहां भी उनकी कुछ आश् अधुरी सी रेह जाती है कभी-कभी । ठीक् इसी