रोशनी - 1

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जैसे ही उस पर नजर पड़ी वह किनारे से निकलने लगा।पर वह जीने के बीचोबीच आ धमकी। कबीर को यह देखकर गुस्सा आ गया।वह उसे झिडकते हुए बोला.. "सामने से हट!" "नहीं हटेगी मैं!बोल क्या कर लेगा?"सीने को अकड़ाते हुए उसनें जवाब दिया। "देख रौशनी!शराफत से कह रहा हूं हट जा सामने से।"वह गुस्से से बोला। "ऐ...देख साला!कैसी बात करता है..हा..हा..हा..शराफत....हा..हा...साले दल्ले शराफत की बात करता है।इस जगह पर कोई शरीफ है तो सिर्फ हम धंधे वाली।"वह विद्रुपता से हँस कर बोली। "देख टाइम खोटी मत कर!मुझे जाने दे।"वह बोला। "नहीं जाने देगी क्या कर लेगा!मारेगा क्या?"रौशनी ने उसके कंधे