जी हाँ, मैं लेखिका हूँ - 13

  • 5.1k
  • 1
  • 1.7k

कहानी-13- ’’ पगडंडियाँ ’’ नोरा ने स्टाफ रूम में आ कर मेज पर अपना पर्श रख दिया। तत्पश्चात् कुर्सी पर आराम से बैठते हुए गले में लिपटे ऊनी स्कार्फ को कस कर कानों के इर्द-गिर्द लपेट लिया। स्टाफ रूम की खिड़की के समीप रखी इस कुर्सी पर बैठना उसे अत्यन्त पसन्द है। आज कुर्सी खाली थी, अन्यथा कई बार कोई और इस कुर्सी पर बैठ जाता है तो उसे किसी अन्य स्थान पर बैठना पड़ जाता है। जो उसे पसन्द नही है। यहाँ बैठ कर खिड़की के बाहर देखना उसका पसंदीदा शगल है। आजकल इस खिड़की के दरवाजे बन्द रहते