नगाड़ा संग ढोल बाजे, बलम पिचकारी जो तूने मुझे मारी, मटरगश्ती, अगर तुम साथ हो...जैसे लोकप्रिय गानों ने दीपिका की ख्याति को हर गांव - शहर -महानगर के हर मौके के जश्न में पहुंचा दिया। इस नई सदी में कभी - कभी ऐसा कहा जाता था कि सुरीले गीत संगीत का जो दौर "गोल्डन एरा" कहे जाने वाले पिछली सदी के कुछ दशकों में था वो जैसे फ़िर लौट आया है। दीपिका सफ़लता की नई नई पायदान चढ़ती चली जा रही थीं किंतु इसका मतलब कहीं से भी ये नहीं था कि उनकी इस नई मैच्योरिटी के साथ उनका ताज़गी