6 गोस्वामी तुलसीदास की जन्म- स्थली राजापुर गौडा ही क्यों? रामगोपाल भावुक कथाकार ए असफल और मैं दोनों ही मेरी कृति रत्नावली के संशोधित संसकरण के विमोचन हेतु गौंड रेल्वे स्टेशन पर ठसाठस भरी कुशीनगर एक्सप्रेस से उतरे। रात भर की परेशानी से व्यथित तो थे ही, इसीलिये जल्दी ही गन्तव्य पर पहुँचने की व्याकुलता थी। मैंने ही वहाँ के प्रबन्धक सूर्यपाल सिंह जी को फोन लगाया। वे यथा समय स्टेशन पर आ गये थे। कुछ ही क्षणो में हम धोती कुरता पहने गम्भीर मुद्रा में हल्की सी मुश्कराहट लिये अवधी व्यक्तित्व के सामने खड़े थे। उन्हें पहिचानने