【 घर पहुँच कर..! आरुषि आरव के कंधे पर सिर रख कर लेटी है..!】 अपने उस दिन के बाद कभी आहिरा के बारे में नही बताया..! आज बताओ न..! मुझे भी तो जानने का हक़ है ना..!(आरुषि) ठीक है.. पर सुनते सुनते सोना मत..!(आरव) हाँ ठीक है, बताइए आप..!(आरुषि) कहते है कि बारिश का मौसम सब मौसम से ज्यादा रोमेंटिक मौसम होता है, पर अपनी कहानी अलग थी। अपना रोमेंटिक मौसम तो वो तेज धूप वाली गर्मी थी जिसमे कभी हमारा पहला प्यार हमारे साथ हुआ था। हालांकि प्यार तो उस मोहतरमा से बहुत पहले था, पर जब ये उसके