एक पत्र भगवान के नाम

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भगवान जी नमस्कार, आशा है कि आप कुशलतापूर्वक होंगे, हाँ.. होंगे ही… क्योंकि आप तो भगवान हैं जो सबकी इच्छाएं पूरी करते हैं, सभी आपसे सुख की कामना करते हैं तो आप स्वयं का ध्यान रखने में भी पूर्ण सक्षम क्यों नहीं होंगे ! पर एक बात बताइये प्रभु, क्या आप भगवान बनने से पहले बाल्यावस्था में थे अथवा आप आरम्भ से ही वयस्क रहे हैं?पूजा करते समय जब आपकी छवि दिखती है तब अक्सर मैं यह सोचता हूँ।माता- पिता के स्नेह व संरक्षण की आवश्यकता आपको भी महसूस होती होगी तभी तो आपने अवतार लिए ,कभी राम कभी कृष्ण कभी