पृथ्वी के केंद्र तक का सफर - 7

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चैप्टर 7 बातें और खोज। जब मैं लौटकर आया तो रात का भोजन तैयार था। मौसाजी बड़े चाव से उसका मज़ा ले रहे थे। जहाज के खान-पान ने वैसे भी उनकी अंतड़ियों को खाड़ी बना दिया था। अभी का भोजन डैनिश था जो कुछ खास नहीं था लेकिन उनकी खातिरदारी ने खाने का मज़ा दोगुना कर दिया था।विज्ञान से सम्बंधित कुछ बातें हुईं और एम०फ्रिड्रिक्सन ने मौसाजी से पुस्तकालय के बारे में राय जानना चाहा। पुस्तकालय? मौसाजी ने तेज़ आवाज़ में कहा, मुझे तो ऐसा लगा जैसे भिखारी के घर में बेवजह के संस्करणों को संग्रह किया गया है। क्या? एम०फ्रिड्रिक्सन भी