अपने-अपने कारागृह - 17

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अपने-अपने कारागृह-17 दूसरे दिन उषा दिनेश जी और कमला जी के बारे में पता लगाने के लिए वृद्धाश्रम गई । मैनेजर को अपना परिचय देते हुए दिनेशजी और कमलाजी के बारे में पूछा तो मैनेजर रंजना ने कहा, ' हाँ, वे दोनों हफ्ते भर पूर्व ही आए हैं । आज से पूर्व ऐसा कपल मैंने नहीं देखा । बेटा, बहू कई बार उनसे घर चलने की मिन्नतें कर चुके हैं पर ये लोग जाना ही नहीं चाहते हैं । दिनेश जी अवश्य थोड़े उदास रहते हैं पर कमलाजी बेहद प्रसन्न हैं । अब आप उनके बारे में पूछने आई हैं ।'मैनेजर