त्रिखंडिता - 21

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त्रिखंडिता 21 पर शेखर को यही तक नहीं रूकना था, पर वे पूनम पर एकदम से आक्रमण नहीं करना चाहते थे | उन्हें डर था कि इससे बात बिगड़ सकती है | बात खुलने पर वे खतरे में पड़ जाएंगे, इसलिए वे पूनम को उसकी सहमति से हासिल करना चाहते थे, ताकि वह अपनी तरफ से शिकायत करने लायक न रहे| एक दिन शेखर ने पूनम की तरफ दूसरा कदम बढ़ाया | उसको आलिंगन करते समय उसकी देह में खिले बिजली के फूलों पर आक्रमण कर दिया | उन्हें पूरी तरह अपने वश में कर लिया | बिजली के फूल