"भाई, ऐसी शराब देना जिसका एक घूट पीते ही नशा जड़ जाये।" पियूष भट्टी के खिड़की के बाहर से खड़ा होकर शराब खरीद रहा है। "क्याें भाई पहली बार शराब ले रहा है?" दुकानदार ने पूछा। "हा।" पियूष ने थकी हुई आवाज में जवाब दिया। "छह सौ पचास रुपये।" दुकानदार ने शराब की बोतल को अखबार में लपेटकर पियूष के हाथ में देते हुए कहा। पियूष शराब को अपने बैग में रखता है और दुकानदार को रुपये थमाता है फिर सीधा अपने घर को चला जाता है। "क्या सोचा फिर तूने शादी के बारे में।" पियूष के पापा ने उससे