जच्चा ननदी बुलाया करो, ननदी बिन शोभा नहीं चाहे लाख व्यवहार करो ! आज शर्मा जी का पूरा घर मंगल गीतों से गूंज रहा था। अरे कमला चलो ये तुमनें बहुत अच्छा किया कि सत्यनारायण भगवान की कथा भी रखवा ली वरना आजकल तो भईया सब लोग चाहे बच्चा हो चाहे शादी ब्याह हो बस पालटी कर देते हैं । अरे मम्मी पालटी नहीं पार्टी ! अरे हाँ हाँ वही पारटी और तू यहाँ कहाँ बैठी बैठी मुंह चला रही है चल जा अपनी सहेली संगीता से अंदर जाकर मिल और उसका हाथ बटा, जा। बहुत बोलने लगी है आजकल!