हैलो दोस्तों ! कैसे हो आप? खुशी की कहानी में हम अब आगे देेेेखते है। खुशी को अब अपने घर जाना था। उसने अपने चाचा से बात की। खुशी: चाचा जी अब मुझे घर जाना है। चाचा: ठीक है, लेकिन आज का दिन रूक जाओ कल चली जाना। उसी रात खुशी सो रहीं थी कि अचानक उसके फोन कि घंटी बजी। खुशी ने फोन में देखा तो रात के बारह बजे थे। खुशी ने फोन उठाया। खुशी: हैलो! कोन ? फोन में से आवाज आई: खुशी तुम घर नहीं जा सकती। मैं तुम्हें घर नहीं जाने