बंद दरवाजे का शहर (रश्मि रविजा)

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'बंद दरवाज़ों का शहर' मेरे लिए तब खुला जब पूरी तरह से शहर के दरवाज़े बंद थे । पर जब दरवाज़े बंद होते हैं तो अध्ययन ,मनन ,चिंतन भीतर घटित होने लगता है । ऐसे ही बंद दरवाज़ों के भीतर मैंने रश्मि रविजा दी का कहानी संग्रह 'बंद दरवाज़ों का शहर ' की एक एक कहानी को बड़ी ही विश्रांति के साथ मन से पढ़ा । समग्रतः कहूँ तो रश्मि दी की ये कहानियां बड़ी ही अपनी सी लगती हैं । हमारे आस -पास से गुजरती तो कहीं अपना ही बना लेतीं मानो हम भी तो कुछ ऐसा ही सोच