आज खाना बनाते हुए सीमा के मन में विचारों की तरंगे उठ रही थी रह-रहकर। पिछले कई दिनों से वह देख रही थी उसकी किशोर वय बेटी श्वेता उसके कमरे में पैर रखते ही चौक पड़ती है। श्वेता का स्टडी टेबल खिड़की के पास रखा है। पढ़ते समय उसकी पीठ दरवाजे की तरफ रहती है। जैसे ही सीमा कमरे में जाती है, श्वेता की भंगिमा को देखकर ऐसा लगता है जैसे वह कुछ छुपा रही है। पीठ होने से सीमा यह तो नहीं देख पाती कि वह क्या छुपाती है लेकिन कुछ बात है जरूर। अलमारी में कपड़े आदि रखते