खुली हवा में जीने की तमन्नाआर0 के0 लालइन्दु ने नितिन से कई बार अपने बैवाहिक जीवन के बारे में बात की लेकिन उसे नहीं लगा कि वेदोनों एक दूसरे के साथ ज्यादा समय तक रह पाएंगे। इसलिए उन दोनों ने पूरा मन बना लिया था कि एक दूसरे से अलग हो जाएँ। शादी के तीन साल बीत जाने के बाद भी उनमें कोई सामंजस्य नहीं हो सका था। आपस में उन्हें एक दूसरे पर कोई विश्वास नहीं रह गया था। इन्दु तो बहुत बातें सह लेती थी परंतु नितिन कभी कम्प्रोमाइज़ नहीं करता था। इसलिए वे आगे का रास्ता स्वयं