एहसास __?1?__पापा…!... मेरे सारे डॉक्युमेंट्स क्लियर हो गए हैं.. सब ठीक रहा तो अगले महीने अमेरिका जाना पक्का हो गया। बेटे के स्वर में चहक थी ..उमंग थी। वो बहुत खुश था.. खुशी से दमकता उसका चेहरा.. स्वयं के एहसास की दृष्टि से देखा मैंने। ....अरे वाह! ये तो बहुत अच्छा रहा.. मैंने भी खुश हो कर कहा।.. फिर वो बताने लगा कि कितनी मुश्किल हुई उसे यह सब करने कराने में । फिर और भी कई बातें हुईं उसने.. बताया कि उसके साथ के तीन और लोगों ने अप्लाई किया था और उनका नहीं हुआ । बेटे को डिनर करना था