टूटा कप

  • 4k
  • 1
  • 1.2k

टूटा कप ‘‘विनी, दिव्या का विवाह पास आ गया है, पहले सोच रही थी सब काम समय से निबट जाएंगे पर ऐसा नहीं हो पा रहा है । थोड़ा जल्दी आ सको तो अच्छा है. बहुत काम है, समझ नहीं पा रही हूँ कि कहाँ से कार्य प्रारंभ करूँ, कुछ शौपिंग कर ली है और कुछ बाकी है ।’’‘‘दीदी, आप चिंता न करें, मैं अवश्य पहुँच जाऊँगी । आखिर मेरी बेटी का भी तो विवाह है। ’’ विनीता ने उत्तर दिया ।विनीता अपनी बड़ी बहन सुनीता की बात मान कर विवाह से लगभग 15 दिन पूर्व ही चली आई थी। उस