त्रिखंडिता 15 श्यामा से आगे नहीं लिखा जाता ।हाथ में कलम लिए ही वह अतीत में खो जाती है | अभी कुछ दिन पहले ही उसकी बहन गुड़िया ने बताया था कि उसका छोटा बेटा राम उसके पास आना तो चाहता है, पर पिता सम्राट ने उसे डरा रखा है कि शाप दे दूँगा।राम अभी तक यही मानता है कि श्यामा ने शैशवावस्था में ही उसे छोड़ दिया था। महज साल-डेढ़ साल की उम्र में । और उस समय सम्राट ने ही उसे संभाला। अकेले नहीं संभाल पाया तो दूसरी शादी की। अब राम पिता के एहसान तले खुद को