चाइनीज लेखक आ लाए का उपन्यास "लाल पोस्ते के फूल "का अनुवाद अंग्रेजी के मार्फत आनंद स्वरूप वर्मा ने किया है यानी इस उपन्यास का जो अंग्रेजी अनुवाद था उसका हिंदी अनुवाद आनंद स्वरूप वर्मा ने किया है। अंग्रेजी में इसका नाम रेड पॉपीस रखा गया था। उपन्यास का प्रकाशन प्रकाशन संस्थान अंसारी रोड दरियागंज नई दिल्ली ने किया है । इस उपन्यास मैं तिब्बत के डेढ़ सौ साल पहले के समय को कहानी के केंद्र में रखा गया है । जब तिब्बत पर किसी विधिवत राजा का शासन न था बल्कि टुकड़े टुकड़े में छोटे-छोटे जमीदार तिब्बत की घाटियों