पश्चाताप भाग -7

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पश्चाताप भाग -7 नामकरण संस्कार के पश्चात अब पूरा घर शादी की तैयारियों मे लग गया | पैसो के लेनी - देनी,व्यवहार से लेकर शादी की सारी व्यवस्था तक जिम्मेदारी पूर्णिमा और भाई मुकुल पर ही थी | खैर, मीनू को घर बार अच्छा मिल गया था , लेन - देन की भी कोई बात न थी | घर वाले भी सज्जन स्वभाव के थे | लड़का मीनू के कालेज मे साथ पढ़ता था | वहीं दोनो की दोस्ती हुई थी ,जो बाद मे प्यार मे बदल गई | लड़के को लोअर पी सी एस के एग्जाम मे छठी रैंक प्राप्त