सुलझे...अनसुलझे परेशानी का सबब ----------------------- पहनावे से मां और बेटा सम्भ्रांत परिवार के लगते थे। बच्चे की उम्र यही कोई सात-आठ वर्ष की रही होगी। सेंटर की सीढ़ियां चढ़ते समय मां के मोबाइल पर किसी फ़ोन आ जाने से वह फ़ोन में व्यस्त हो गई| माँ के व्यस्त होते ही मानो बच्चे को स्वतंत्रता हासिल हो गई हो। पहले तो उस बच्चे ने सेंटर की सीढ़ियों पर बार-बार चढ़ने फिर उतरने का खेल जारी रखा| जिसकी वज़ह से आने वाले मरीज़ों को असुविधा भी हुई| बच्चा जानकर कोई भी उससे तो कुछ नही बोला। पर फोन पर बात करती हुई