कहानी राजकाज रामगोपाल भावुक ग्रीश्म अवकाश के बाद विद्यालय खुल गए हैं। विद्यालय में भर्ती चालू हो गई है। पिछली वर्श पढ़ाई सेन्सस के चक्कर में कम ही हो पाई थी या यों कहो सेन्सस के बहाने में पढ़ाई-लिखाई न कराई गई थी। अधिक पढ़ाया भी क्यों जाता, सेन्सस का बहाना जो मिल गया था। सभी शिक्षक पढ़ाई को छोड़कर अपनी दिलचस्पी सेन्सस से जोड़ बैठे थे। नतीजा यह हुआ कि मिडिल का परिणाम खराब हो गया। विद्यालय की बड़ी बदनामी हुई, इसलिए विद्यालय में लड़के भर्ती होने कम ही आ रहे हैं, सारा स्टाफ चिन्तित रहने