रिक्तता लिफ्ट से निकल कर आर्यन कार पार्किंग की तरफ मुड़ा ही था कि गुलाबी रंग की साड़ी में लिपटी नीलिमा को देखकर ठिठक गया। ‘‘नीलिमा और यहां...?’’ उसने मन में कहा और नीलिमा के सामने जाकर खड़ा हो गया। नीलिमा ने उसे नहीं पहचाना। वह अजनबियों की तरह उसे देखने लगी और इससे पहले कि नीलिमा कुछ बोलती आर्यन एकदम बोला, ‘‘नीलिमा, लगता है तुमने मुझे पहचाना नहीं..? ...मैं, आर्यन हूं।’’ ‘‘आर्यन...?’’ नीलिमा ने अपने दिमाग पर जोर डाला। ‘‘हां, आर्यन गुप्ता।’’ आर्यन गुप्ता का नाम याद आते ही नीलिमा की आंखें आश्चर्य से फैल गयीं, वह एकदम बोली,