इश्क़ 92 दा वार (भाग-8)अनु और मनु की नज़रे इश्क़ के एहसास को मज़बूर कर रही थी अनु के चेहरे का रंग सुर्ख गुलाबी हो चुका था वही मनु की सांसो ने नज़रो की कशिश को अपनी ताल में पिरो लिया था... तभी रिया ने आकर दोनों की इश्क़गी में खलल ड़ालते हुए अपने गले की खराश से गला साफ करते हुए बोली थी.. रिया - चलो जल्दी से गरमा गरम नास्ता तैयार हैं.. पीछे हीं मनु की मम्मी भी अपने दोनों हांथो में चाय की ट्रे लाते हुए बोली मां - मनु तुम्हारे लिए भी नास्ता लेकर आई हूं.. अब कोई बहाना