सिस्टर्ज़ मैचिन्ग सेन्टर कस्बापुर के कपड़ा बाज़ार का ‘सिस्टर्ज़ मैचिन्ग सेन्टर’ बाबूजी का है| सन्तान के नाम पर बाबूजी के पास हमीं दो बहनें हैं : जीजी और मैं| जीजी मुझ से पाँच साल बड़ी हैं और मुझे उन्हीं ने बड़ा किया है| हमारी माँ मेरे जन्म के साथ ही स्वर्ग सिधार ली थीं| हमारे मैचिन्ग सेन्टर व बाबूजी को भी जीजी ही सँभालती हैं| बाबूजी की एक आँख की ज्योति तो उनके पैंतीसवें साल ही में उन से विदा ले ली थी| क्रोनिक ओपन-एंगल ग्लोकोमा के चलते| और बाबूजी अभी चालीस पार भी न किए थे कि उनके बढ़