सुलझे...अनसुलझे नई बीमारी ------------- बात महिना भर पहले दीपावली के आसपास के समय की है| बाज़ारों में कुछ ज्यादा ही चहलपहल दिख रही थी| पर लगभग सभी चिकित्सकों के क्लीनिकों में मरीज़ कम थे क्योंकि त्योहारों पर आसपास के गाँव से मरीज़ कम ही आते है और अगर आते भी है तो सिर्फ़ वही, जिनको बहुत जरूरी दिखाना हो| मैं भी बस सेंटर के कामकाज से जुड़े पेपेर्स को व्यवस्थित कर ही रही थी कि एक 40-45 वर्ष कि महिला अपनी 15-16 वर्ष की बेटी के साथ अन्दर आयी| स्टाफ के पूछने पर कि आपको क्या करवाना है वह महिला