सुंदरबाग का जिला एक ऐसी जगह है जहाँ पर जाने या काम करने का साहस बहुत ही कम लोगों के पास होता है। यह शहर भी कुछ ऐसा ही है। 50 सालों में यहाँ 23 मौतें रहस्यमय तरीके से हुई हैं। इनमें से दो 15दिसंबर 1997 मे हूई थी। शाम के 9 बजे सुदंरबाग जिला अस्पताल में कुछ ही लोग रहते थे। बहुत कम लोगों ही वहाँ रहने के लिए तैयार होते थे। "अरे यार! मैं ये कैसे भूल सकता हूँ? रुक, मैं मौर्ज(मुर्दाघर) चेम्बर 7 को चेक करना भूल गया, अभी कर के आता हूँ." वार्ड़बाॅय आशीष ने अपने