ज़िन्दगी के सफ़र में - 3

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भाग -3दोस्तो ज़िन्दगी के सफ़र में हमने अभी तक देखा कि रॉय साहब किसी बात से बहुत चिंतित है और श्याम जी, जो उनके महाविद्यालय में एक बाबू हैं और रॉय साहब के खास दोस्त भी तो वो उनसे उनकी चिंता का कारण पूछने जाते है लेकिन रॉय साहब की हालत देखकर वो उनसे कुछ सवाल नहीं करते ...तो चलिए अब देखते है कि श्याम जी कैसे रॉय साहब की चिंता का कारण पता करते है सारी परस्थिति को देखते हुए रॉय साहब को थोड़ा सहज महसूस करवाने के लिए मैंने बोला कि रॉय साहब ,बहुत दिन हो गए टपरी पर जाकर चाय