360 डिग्री का कोण मैं प्लेटफार्म पर खड़ी अपनी ट्रेन का इंतजार कर रही थी । गाड़ी करीब दो घंटे लेट थी और हमे यहाँ खड़े डेढ़ घंटा तो हो ही गया था सो इन्तजार करते करते बुरी तरह से थकावट महसूस हो रही थी इसलिए चाय पीने के लिये फेरी वाले को आवाज़ लगाई । चाय वाले तक तो शायद आवाज़ नहीं पहुँची पर आवाज़ सुन कर जो पलटी उसे मै देखती ही रह गयी -लगा इसे कहीं देखा है पर कहाँ । याद ही नही आ रहा था पर दिमाग पर ज़ोर डालने से पहले ही