मेहरोत्रा जी को रिटायर हुए अभी कुछ ही साल हुए है पर अभी भी वह अपने को पूरे दिन किसी न किसी काम में व्यस्त रखते है और अपनी लाइफ को भी नियमित रखते है वह पहले की तरह सुबह उठते है, समय से नहाना, समय से पूजा पाठ करना, समय से खाना। उनकी दिनचर्या में कोई बदलाव नहीं आया बस अब वह ऑफिस नहीं जाते तो वह रोज कभी किताबे पढ़ते, तो कभी घंटो अख़बार और अब गाहे बगाहे धार्मिक ग्रंथ भी पढ़ लेते हैं। उन्होंने अपने समय को कई भागों में बांट लिया जैसे सुबह कुछ देर तक