छल-बल आज से साठ साल पहले उस सन् १९५८ के उन दिनों बिट्टो की अम्मा की गर्भावस्था का नवमा महीना चल रहा था| एक दिन बिट्टो के स्कूल जाते समय उसके हाथ में उसके बाबूजी की चाभी रख कर बोलीं, “ऊपर वाले खाने में एक ख़ाकी लिफ़ाफ़ा रखा है, वह मुझे ला दे|” बिट्टो वह ख़ाकी लिफ़ाफ़ा तत्काल उठा लायी| अम्मा ने उसमें से कुछ रुपए निकाले और साथ में एक चवन्नी| चवन्नी बिट्टो को दे कर बोलीं, “यह तेरे स्कूल के नाश्ते के लि ए है| तबीयत ढीली होने की वजह से आज मुझ से कुछ बनाते बन नहीं