सीमा पार के कैदी 7 बाल उपन्यास राजनारायण बोहरे दतिया (म0प्र0) 7 जब कार्यालय बंद हुये। लोग निकले। अजय ने मंजूर की ओर इशारा किया, और अभय उसके पीछे लग गया। तेरह नम्बर की बस में मंजूर मियाँ के पीछे ही अभय बैठा। अभय को बस में बैठते देख अजय ने राहत की सांस ली। दुकान बंद होते समय उसने रेस्टोरेंट मालिक से वहीं सोने की अनुमति मांग ली। अपने बस स्टॉप पर मंजूर अली जैसे ही उतरा, अभय भी उतर पड़ा। सांझ का धुंधला सा पड़ता जा रहा