मेरी कविता संग्रह भाग 4

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कविता 1st तुम आओ कभी मेरे लिए ????????तुम आओ कभी मेरे लिएसाथ महक गेंदे के फूल की लेकरफिर हम तुम गुप्तगुं करे सात जन्मों कीतुम आओ तो कभी????????तुम आओ कभी मेरे लिएफिर तुम गरमागरम कॉफी बनाओ तेरे व मेरे लिएतुम्हारे कप से मैं व मेरे कप से कॉपी तुम पी ओतुम मुझसे प्यार करो,इजहार करोतुम आओ कभी मेरे लिए?????????तुम आओ कभी मेरे लिएतुम्हे मेरी छोटी सी लाइब्रेरी में रखीमेरी पसंदीदा बुक देनी हैऔर तुम मुझे पढ़कर सुनाओकुछ शायरी,गजल ,आओ ना कभी,???????तुम आओ कभी मेरे लिएकुछ तुम मुझे कहो,कुछ मैं तुम्हे कहूंतुम्हारे हाथ में मेरा हाथ हो और तुम कहोकी प्रहलाद ये हाथ