शीतल काम करके बैठी ही थी। तभी उसकी पड़ोस में रहने वाली कौशल चाची उससे मिलने आई। शीतल उनको नमस्ते कर बिठाते हुए बोली "बैठो चाची! मैं आपके लिए चाय बना कर लाती हूं।" "नहीं शीतल, मैं तेरे पास एक काम से आई थी। सुन तेरी सास की तबीयत बहुत ही ज्यादा खराब है मिल आ एक बार ।तुझे बहुत याद कर रही है!" "लेकिन चाची आप को तो सब पता ही है ना!" "हां बहू, सब जानती हूं। बीमार ज्यादा ही है। उसका कुछ नहीं पता। उसकी करनी उसके साथ लेकिन तू क्यों जाते जाते दुनिया की बुराई लेती