उलझन डॉ. अमिता दुबे ग्यारह अंशिका की दोस्त भूमि आजकल खूब खुश है। उसकी खुशी फूटी पड़ रही है क्योंकि उसके पापा का ट्रांसफर हो गया था वे चले गये थे, लेकिन बोर्ड परीक्षा होने के कारण उसे शिफ्ट करना वे ठीक नहीं समझते इसलिए मम्मी और वह इक्जाम्स तक यहीं रहने वाली हैं। भूमि खुश इसलिए है कि पापा के सामने वह बन्धन महसूस करती है। पापा टोका-टाकी भी करते हैं और जरूरत पड़ने पर डाँटते भी हैं। भूमि भरसक जवाब देती है लेकिन एक लिमिट तक क्योंकि उसे डर है कि कहीं बात-बात की बहस बढ़ गयी तो