आखिरी भाग 14/14: शह और मात एक साधारण सी तीन मंजिला बिल्डिंग के बाहर बाइक रुकती है, दोनों बिल्डिंग को देखते है फिर महिपाल गेट पर चौकीदार से बात करता है। महिपाल को बाइक लगा कर अंदर आने का इशारा करता है फिर दोनों सीढ़ी चढ़ने लगते हैं| सीढ़ी चढ़ते- चढ़ते मनोज महिपाल से पूछता है, “सर कुछ बोलोगे? कहाँ ले कर आए हो…किसका घर है?”अब तक दोनों पहली मंजिल के एक दरवाज़े पर होते हैं, महिपाल घंटी बजाता है और मुस्कराते हुए मनोज से बोलता है, “कातिल के घर!”मनोज चौक जाता है|दरवाज़ा खुलता है और अन्दर से एक लड़की निकलती