"तुम्हारे पिता का नाम क्या है।खानदान?जाति?"नरेश को देखते ही देवेन ने कई प्रश्न दाग दिए थे।अप्रत्याशित प्रश्नों को सुनकर पहले तो वह घबराया लेकिन फिर घबराहट पर काबू पाते हुए बोला,"यह सब बातें मैं पहले ही आपको बता चुका हूँ।""मतलब तुम्हे अपने पिता,खानदान के बारे में कुछ पता नही है।""लेकिन अब आप ये सब कयो पूछ रहे है?""समाज मे रहने के लिए ये सब जरूरी है।जिसे अपने पिता और खानदान का पता न हो।ऐसे आदमी के हाथ में मैं अपनी बेटी का हाथ नही दे सकता।" पश्चिमी सभ्यता,सस्कृति के समर्थक और अपने को मॉडर्न कहलवाने मे गर्व अनुभव करने वाला