किरदार - 8

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बिंदिया दरवाज़ा खड़काती है।बिंदिया: भाभी, भाभी….समीर: अरे आ जा अंदर बिंदिया की बच्ची। (समीर,बिंदिया की खिंचाई करते हुए कहता है।)बिंदिया: भाई मैं खुद बिंदिया हूँ, बिंदिया की बच्ची नहीं। (अपने हाथों को कमर पर रख कर बिंदिया कहती है।) और मैं आपके पास नहीं भाभी के पास आई हूँ। अब मुझे बातों में मत लगाओ नहीं तो मैं भूल जाऊंगी।बिंदिया, अंजुम से: भाभी आपको देखने मौहल्ले की कुछ औरतें आई हैं। माँ ने कहा है, आप जल्दी से तैयार होकर आ जाओ।अंजुम: ठीक है मैं आती हूँ।बिंदिया: अरे नहीं आप अकेले मत आना, मैं आ जाऊंगी मेरे साथ चलना। आप