गूगल बॉय (रक्तदान जागृति का किशोर उपन्यास) मधुकांत खण्ड - 12 गणतंत्र दिवस से पूर्व एक विशाल रक्तदान शिविर ‘देश के नाम रक्तदान’ कार्यक्रम बनाकर सचिव महोदय ने आयोजित किया। इसमें पाँच सौ यूनिट रक्त एकत्रित हुआ। गूगल तो इस कैम्प में जा नहीं पाया, परन्तु उसका नाम वहाँ बार-बार घोषित होता रहा - ‘रक्तदाताओं को उपहार में दिये जाने वाले हेलमेट श्री गूगल जी के माध्यम से बाँके बिहारी जी द्वारा प्रदान किये गये हैं।’ इस बात को लेकर अनेक लोग कानाफूसी तो कर रहे थे परन्तु इससे अधिक किसी को कुछ मालूम नहीं था जो किसी को बता