सबको पता था वह मार डाला जाएगा। सूरज प्रकाश गैब्रियल गार्सिया मार्खेज़ के उपन्यास का अनुवाद chronicle of a death foretold 1 उस दिन बिशप वहां पधारने वाले थे। सैंतिएगो नासार तड़के साढ़े पाँच बजे ही उठ गया था ताकि वह भी बिशप को लाने वाली नाव का इंतज़ार कर सके। उस अभागे को क्या मालूम था कि वह उस दिन आखिरी बार उठ रहा है और वे दोनों उस दिन उसकी हत्या कर डालेंगे। उसने एक सपना देखा था कि वह इमारती लकड़ी वाले घने जंगलों में से गुज़र कर जा रहा है। वहां हलकी बूंदा बांदी हो रही