अध्याय-17अंतिम भागमि. शर्मा अंदर गये तो मीता को जागा हुआ देख खुश हो गए। उन्हें रोना आ गया ओर वो वही स्टूल में बैठकर सुबकने लगे।मीता ने उनका हाथ पकड़ा और पूछा।पापा आप क्यों रो रहे हैं अब तो मैं ठीक हूँ। कुछ नहीं बेटा तुझे होश में देखकर मुझे रोना आ गया।मुझे क्या हुआ था पापा ? कुछ याद नहीं आ रहा है। तू कोर्ट रूम में अचानक चक्कर खाकर गिर गई थी। बेटा और गिरते वक्त सिर पर बेंच से चोट लग गई करके बेहोश हो गई थी।ओह! तो मुझ यहाँ कौन लाया। आप लाये ?जी नहीं बेटा।