आपने पिछले भाग में पढ़ा कि कैसे सत्तू एक सामान्य सा लड़का संन्यासियों के साथ साथ चला जाता है । बेशक, उसकी जिंदगी में परेशानियां थी। वो गरीबी का सामना कर रहा था। एक वक्त के खाने के बाद दूसरे वक्त का क्या होगा ये पता नहीं होता था । परन्तु पलायन उसका समाधान नहीं हो सकता था । वो अपने भाई रामू की तरह हालात का सामना कर सकता था । पर उसे संन्यासियों के साथ जाना ज्यादा ठीक लगा।