कहानी - मासूम की बद्दुआ Part 1 “ शिखा , कहाँ हो ? “ “ आ रही हूँ , दो मिनट और लगेगा विक्रम .मूसलाधार बारिश हो रही है , खिड़कियां और बालकनी बंद कर के आती हूँ . बारिश नहीं रुकी तो रात भर में सूखते कपड़े गीले हो जायेंगे . “ “ बारिश में ही तो रोमांस का मजा आता है