बात बस इतनी सी थी 10 अंत में न चाहते हुए भी मैंने मंजरी की कॉल रिसीव कर ली । कॉल रिसीव होते ही वह मेरी और मेरे परिवार की कुशलक्षेम जानने की औपचारिकता पूरी किये बिना ही बोली - "चंदन, तुम्हें रंजना ने कॉल की थी ?" "हाँ, की थी !" मैंने बहुत ही बेरुखी और लापरवाही से उत्तर दिया । "क्या कहा था उसने तुमसे ?" मंजरी ने दूसरा प्रश्न किया । "वही सब, जो आपने उससे कहलवाया था !" मैंने उसी लापरवाही से उत्तर दिया । "चंदन, मैं सच कहती हूँ, मैंने रंजना से कुछ नहीं कहलवाया