इक समंदर मेरे अंदर मधु अरोड़ा (9) आज वह डॉक्टर है और उसका अपना बड़ा अस्पताल है। उसने मराठी लड़की से शादी की है। सगाई बहुत पहले हो गई थी। प्यारी सी लड़की थी। एक बार मन हुआ तो कामना ने अपने डॉक्टर भाई का नंबर खोज ही लिया और फिर पुष्पा का नंबर लेकर उससे बात की थी। वहां से परिपक्व और भीगी सी आवाज़ और ठेकेदार आवाज़ आई थी – ‘मैं बढि़या हूं। आ कभी और जब मैं मुंबई में आऊंगी, तुझसे मिलूंगी.... तू आये, मैं आऊँ, एक ही बात है।‘ कामना की अपनी सहेलियों और मित्रों से