दह--शत - 34

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दह--शत [ नीलम कुलश्रेष्ठ ] एपीसोड --34 "रोली !ऐसा क्यों कह रही है पढ़ी लिखी औरत को भी पैर की जूती समझा जाता है ?" "मैंने यूनीवर्सिटी के ‘वीमेन रिसर्च सेंटर’ के नोटिस बोर्ड पर ‘पैम्फ्लेट्स’ लगे देखे थे, ‘वूमन ! यू ब्रेक द साइलेंस’, ‘अत्याचार के विरुद्ध अपनी चुप्पी तोड़िये’, ‘आगे बढ़कर आवाज़ उठाए’ तो इस सबका कोई अर्थ नहीं है?” “तू ऐसा क्यों पूछ रही है?” “मैं इसलिए पूछ रही हूँ कि आप जैसी लेडी ‘एडमिनिस्ट्रेशन’ को लिखकर दे रही है। तब भी लोग आप पर विश्वास नहीं कर रहे? वे यही समझ रहे हैं कि आज पापा